तेरी हर बदमाशी मंजूर हैं हमे,
तेरा वो रूठना💁♀ मंजूर हैं हमे,
तेरी हर नादानी हमारे सर आँखो पर,
तेरा दिया हर दर्द मंजूर हैं हमे,
ना मंजूर है तो बस इतना के…
तेरी आँखों में आंसूओ😭 का आ जाना,
और तेरा वो टूटकर💔 बिखर जाना
होता अगर मुमकिन,,
तुझे साँस बना कर रखते सीने में,,
तू रुक जाये तो मैं नही,,
मैं मर जाऊँ तो तू नही…
नवम्बर में किसी का दिल मत दुखाना💔 दोस्तों,
सुना है सर्दियों की चोट अक्सर तक़लीफ़😭 देती हैं।
फिर से तेरी यादें मेरे दिल💖 के दरवाजे पे खड़ी हैं,
वही मौसम वही सर्दी वही दिलकश नवम्बर है।
काँटों और चाकु🍴 का तो नाम ही बदनाम है….
चुभती तो निगाहें👀भी है….
और…. काटती तो जुबान😛 भी है….
कुछ ही देर की खामोशी है,
फिर कानों में शोर आएगा,
तुम्हारा तो सिर्फ वक्त है….
हमारा तोह दौर आएगा….
जिस्म जब थक जाये, तो जेहन दौड़🏃♀ पड़ता है,
खुदा तेरी दुनिया🌎 में कुछ तो आराम हो ।।
हम बहुत दूर निकल आए हैं चलते🚶♀ चलते
अब ठहर जाएँ कहीं शाम के ढलते🌅 ढलते।
टूटी दीवार का साया भी बहुत होता है
पाँव जल जाएँ अगर धूप में चलते चलते।
ना जाने किस कॉलेज🏢 से ली थी मोहब्बत की डिग्री उसने कि,
मुझसे किये गए सारे वादे उसके फर्जी निकले।
शरारतें करने का मन अभी भी करता है,
पता नहीं बचपना⛹♂ जिंदा है या इश्क💞 अधुरा है।
गलती सुधारने का मौका तो उसी दिन से मिलना बंद हो गया था,
जिस दिन हाथ में पेंसिल📝 की जगह पेन🖊 थमा दिया था।
राहें बदले या फिर बदले वक़्त⏰
हम तो अपनी मंजिल जरूर पाएंगे
जो लोग समझते हैं खुद को बादशाह🤴🏻
एक दिन उसे अपनी महफ़िल में जरूर🕺 नचाएंगे
दो हाथ🤲 से हम पचास लोगों को नही मार👋 सकते,
पर दो हाथ जोङ👏 कर हम करोङो लोगों का दिल❤ जीत सकते है।